अरे, ओ बंदर, कैसे झूल रहा तू, पेड़ों के उपर,? मान गया तेरी पकड़ पर, लटका है कैसे तू अरे, ओ बंदर, कैसे झूल रहा तू, पेड़ों के उपर,? मान गया तेरी पकड़ पर, लट...
मेरे संग संग चलाकर कभी तू। दूर निकल जाता जब मुझसे मैे घबरा जाता हूं। सच कहता हूं तेरे मेरे संग संग चलाकर कभी तू। दूर निकल जाता जब मुझसे मैे घबरा जाता हूं। सच कह...
तू सब जगह है... तू सब जगह है...
दुशासनों के अट्टहास पर डरकर, मत खो जा, तू द्रौपदी, अब अपनी कृष्ण भी हो जा। दुशासनों के अट्टहास पर डरकर, मत खो जा, तू द्रौपदी, अब अपनी कृष्ण भी हो जा।
फिर एक दिन एक एन जी ओ ने उन्हे दिया सम्मान , और मदद के लिए उन्हे नंबर का दिया ये नाम फिर एक दिन एक एन जी ओ ने उन्हे दिया सम्मान , और मदद के लिए उन्हे नंबर का दिया...
अच्छा को अच्छा कहने के लिए अच्छी वाणी चाहिए। अच्छा को अच्छा कहने के लिए अच्छी वाणी चाहिए।